मनरेगा जॉब कार्ड: क्यों हर ग्रामीण के पास होना जरुरी है ? जॉब कार्ड खोलेगा 100 दिन के रोजगार के द्वार


मनरेगा जॉब कार्ड (MNREGA JOB CARD) ग्रामीण भारत के लोगों के लिए रोजगार और गांव के विकास कार्यो का एक महत्वपूर्ण ईंधन है।

यह कार्ड न सिर्फ ग्रामीणों को रोजगार देता है | बल्कि गांव के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने में भी मदद करता है।

मनरेगा जॉब कार्ड (MNREGA JOB CARD)का उद्देश्य:-

मनरेगा जॉब कार्ड का सबसे जरुरी उद्देश्य देश के गांव में रहने वाले लोगों को गांव में ही रोजगार और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से गरीब ग्रामीण परिवारों को साल में कम से कम 100 दिनों के रोजगार की गारंटी दी जाती है। मनरेगा

(MNREGA JOB CARD) जॉब कार्ड के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:-

  • रोजगार के अवसर : ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करना और बेरोजगारी का समूल नाश करना।
  • आर्थिक विकास: गांव की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना और ग्रामीणों की आय में वृद्धि करना।
  • गांव का विकास : ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के कार्य जैसे- सड़कें, तालाब, सिंचाई सुविधाएं आदि।
  • समाजिक सुरक्षा: ग्रामीण परिवारों को आर्थिक संकट के समय सुरक्षा प्रदान करना।
  • सशक्तिकरण: विशेषकर महिलाओं और दलितों को सशक्त बनाना और उन्हें सामाजिक-आर्थिक विकास में शामिल करना।
  • पर्यावरण संरक्षण: जल संरक्षण, वनरोपण आदि जैसे पर्यावरण संरक्षण के कार्य करना।

मनरेगा जॉब कार्ड होने के फायदे:-

रोजगार की गारंटी:- जॉबकार्ड धारको को साल में कम से कम 100 दिन के रोजगार की गारंटी होती है।
आर्थिक सहायता:- इस योजना के तहत जॉबकार्ड धारको को किए गए काम के बदले में निर्धारित मजदूरी मिलती है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
विकास कार्यों में हिस्सा:- मनरेगा के तहत होने वाले विकास कार्यों जैसे सड़क निर्माण, तालाब खोदना आदि में जॉबकार्ड धारक हिस्सा लेकर अपने गांव के विकास में योगदान दे सकते हैं।
सामाजिक सुरक्षा:- इस योजना के तहत आपको दुर्घटना होने पर मुआवजा भी मिलता है।
सरकारी योजनाओं का लाभ:- मनरेगा जॉब कार्ड होने से आप अन्य सरकारी योजनाओं का भी लाभ उठा सकते हैं।

क्यों है मनरेगा जॉब कार्ड जरूरी?

ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर सीमित होते हैं। मनरेगा जॉब कार्ड इस समस्या का समाधान उपलब्ध कराता है। यह योजना गरीबी कम करने में मदद करती है क्योंकि इससे लोगों को नियमित आय प्राप्त होती है। मनरेगा के तहत होने वाले विकास कार्य गांवों का कायाकल्प करते हैं। महिलाओं को भी मनरेगा के तहत काम करने का मौका मिलता है, जिससे उनका सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण होता है।

मनरेगा जॉब कार्ड
मनरेगा जॉब कार्ड


मनरेगा जॉब कार्ड ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है। यह न केवल रोजगार और आय का स्रोत है बल्कि गांवों के विकास में भी योगदान देता है। अगर आप ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं और आपके पास मनरेगा जॉब कार्ड नहीं है, तो आज ही इसे बनवा लें।

मनरेगा जॉब कार्ड कैसे बनवाएं?

मनरेगा जॉब कार्ड बनवाना काफी आसान है। आप इसे ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से बनवा सकते हैं।

  • ग्राम पंचायत में जाएं: सबसे पहले आपको अपने गांव की ग्राम पंचायत में जाना होगा।
  • वहां से आपको मनरेगा जॉब कार्ड के लिए आवेदन पत्र मिलेगा।
  • इस आवेदन पत्र को ध्यान से भरें। इसमें आपके परिवार के सभी सदस्यों के नाम, उम्र, लिंग आदि की जानकारी भरनी होगी।
  • साथ ही, आपको कुछ जरूरी दस्तावेज भी जमा करने होंगे जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक आदि।
  • सभी जानकारी भरने के बाद, इस आवेदन पत्र को ग्राम पंचायत में जमा कर दें।
  • : आप मनरेगा जॉब कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन UMANG ऐप या वेबसाइट के माध्यम से कर सकते हैं।
  • अगर आपने पहले कभी UMANG ऐप का उपयोग नहीं किया है तो आपको पहले रजिस्टर करना होगा।
  • रजिस्टर करने के बाद, आपको मनरेगा जॉब कार्ड के लिए आवेदन भरना होगा।
  • आवेदन भरते समय आपको आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करना होगा।
  • सारी जानकारी भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद, आपको अपना आवेदन सबमिट करना होगा।
  • जरूरी दस्तावेज:-
  • आधार कार्ड
  • राशन कार्ड
  • बैंक पासबुक
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • अन्य पहचान प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो)
  • आवेदन करने के बाद, ग्राम पंचायत आपके आवेदन की जांच करेगी और अगर सभी जानकारी सही पाई गई तो आपको मनरेगा जॉब कार्ड जारी कर दिया जाएगा।
  • मनरेगा जॉब कार्ड बनने में कुछ समय लग सकता है।
    अधिक जानकारी के लिए:
  • आप अपने गांव की ग्राम पंचायत में जाकर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • आप मनरेगा की आधिकारिक वेबसाइट https://nrega.nic.in/MGNREGA_new/Nrega_home.aspx# पर भी जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

मनरेगा जॉब कार्ड के लिए पात्रता:-

  • आवेदक को भारत का नागरिक होना अनिवार्य है।
  • आवेदक ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाला होना चाहिए।
  • आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
  • आवेदक को अकुशल मजदूरी करने में सक्षम होना चाहिए।
  • आवेदक एक स्थानीय परिवार का हिस्सा होना चाहिए।
  • ग्राम सभा के सदस्य आवेदक परिवार की आय और संपत्ति का आकलन करके पात्रता का निर्धारण करते हैं।
  • परिवार के सभी सदस्य जो 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के हैं और मजदूरी करने में सक्षम हैं, वे जॉब कार्ड के लिए पात्र हो सकते हैं।
  • अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग: इन वर्गों के लोगों को मनरेगा योजना में प्राथमिकता दी जाती है।

मनरेगा जॉब कार्ड में किए गए काम को कैसे देखें?


मनरेगा जॉब कार्ड में किए गए काम की जानकारी प्राप्त करना काफी आसान है। यदि आपकी जानकारी में कोई गलती है तो आप अपनी ग्राम पंचायत में जाकर उसे ठीक करवा सकते हैं।
सबसे पहले आपको नरेगा की आधिकारिक वेबसाइट https://nrega.nic.in/ पर जाना होगा। यहां आपको ‘Reports’ या ‘Job Card’ जैसे विकल्प मिलेंगे। इन विकल्पों पर क्लिक करके आप अपने राज्य, जिले, ब्लॉक और पंचायत का चयन करके अपनी जानकारी देख सकते हैं।

UMANG ऐप:-

UMANG ऐप एक सरकारी मोबाइल ऐप है जिसके माध्यम से आप कई सरकारी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। इस ऐप में मनरेगा से संबंधित कई सेवाएं उपलब्ध हैं। आप इस ऐप के माध्यम से भी अपने जॉब कार्ड की जानकारी देख सकते हैं।
पको निम्नलिखित जानकारी की आवश्यकता होगी:आपका जॉब कार्ड नंबर ,आपका नाम,आपके परिवार के सदस्यों के नाम,आपका गांव का नाम,आपका जिला


मनरेगा की वेबसाइट और UMANG ऐप में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं, इसलिए जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको नवीनतम जानकारी के लिए वेबसाइट या ऐप को चेक करना चाहिए।यदि आपको ऑनलाइन जानकारी प्राप्त करने में कोई समस्या आ रही है तो आप अपनी ग्राम पंचायत से संपर्क कर सकते हैं। अपने मोबाइल नंबर को मनरेगा पोर्टल के साथ लिंक करें ताकि आपको SMS के माध्यम से अपडेट मिलते रहें।

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